कम्यूनार्ड का संकल्प -बर्टोल्ट ब्रेख्त

यह समझना कि यह हमारी कमजोरी है यह आपको अपने कानूनों को पारित करने में सक्षम बनाता है हम भविष्य में नम्रता को त्यागने का संकल्प करते हैं और यहां का कानून हमारे कारण को सही ठहराएगा यह जानकर कि आपने हमें बंदी बना लिया है सिर पर भरी हुई पिस्टल लिए हम भविष्य में आपकी यातना से नहीं डरने का संकल्प लेते हैं गुलामी मौत से भी बदतर है यह जानकर कि आप हमें भूखा रखते हैं ताकि तुम्हारे पास और भी बहुत कुछ हो हम संकल्प करते हैं कि वह सब जो हमें पेंट्री से दूर रखता है दरवाजा तोड़कर काबू पाया जा सकता है यह जानकर कि आपने हमें बंदी बना लिया है सिर पर भरी हुई पिस्टल लिए हम भविष्य में आपकी यातना से नहीं डरने का संकल्प लेते हैं गुलामी मौत से भी बदतर है यह जानकर कि आप हमें बेघर रखते हैं जबकि हमारे आस-पास घर अनुपयोगी खड़े हैं हमने अब अतिक्रमण को खत्म करने का संकल्प लिया है अब से हर कार्यकर्ता को आवास दिया जाएगा यह जानकर कि आपने हमें बंदी बना लिया है सिर पर भरी हुई पिस्टल लिए हम भविष्य में आपकी यातना से नहीं डरने का संकल्प लेते हैं गुलामी मौत से भी बदतर है यह समझते हुए कि हम आपको राजी नहीं करेंगे हमें एक बेहतर मजदूरी का भुगतान करने में हम संकल्प करते हैं कि हम आपसे फैक्ट्रियां लेंगे यह जानकर कि आपका नुकसान हमारा लाभ होगा यह जानकर कि आपने हमें बंदी बना लिया है सिर पर भरी हुई पिस्टल लिए हम भविष्य में आपकी यातना से नहीं डरने का संकल्प लेते हैं गुलामी मौत से भी बदतर है यह समझते हुए कि हम निर्भर नहीं रह सकते हमारे शासक जो भी वादे करते हैं उन पर हमने अपने लिए संकल्प लिया है कि अच्छे जीवन की शुरुआत आजादी से होती है हमारा भविष्य हमारे हुक्म से बनना चाहिए यह समझते हुए कि तोपों की गर्जना ही केवल वे शब्द हैं जो आपसे बात करते हैं हमें आपको यह साबित करना होगा कि हमने अपना सबक सीख लिया है भविष्य में हम आप पर बंदूक तानेंगे

आलेख

अमरीकी साम्राज्यवादी यूक्रेन में अपनी पराजय को देखते हुए रूस-यूक्रेन युद्ध का विस्तार करना चाहते हैं। इसमें वे पोलैण्ड, रूमानिया, हंगरी, चेक गणराज्य, स्लोवाकिया और अन्य पूर्वी यूरोपीय देशों के सैनिकों को रूस के विरुद्ध सैन्य अभियानों में बलि का बकरा बनाना चाहते हैं। इन देशों के शासक भी रूसी साम्राज्यवादियों के विरुद्ध नाटो के साथ खड़े हैं।

किसी को इस बात पर अचरज हो सकता है कि देश की वर्तमान सरकार इतने शान के साथ सारी दुनिया को कैसे बता सकती है कि वह देश के अस्सी करोड़ लोगों (करीब साठ प्रतिशत आबादी) को पांच किलो राशन मुफ्त हर महीने दे रही है। सरकार के मंत्री विदेश में जाकर इसे शान से दोहराते हैं। 

आखिरकार संघियों ने संविधान में भी अपने रामराज की प्रेरणा खोज ली। जनवरी माह के अंत में ‘मन की बात’ कार्यक्रम में मोदी ने एक रहस्य का उद्घाटन करते हुए कहा कि मूल संविधान में राम, लक्ष्मण, सीता के चित्र हैं। संविधान निर्माताओं को राम से प्रेरणा मिली है इसीलिए संविधान निर्माताओं ने राम को संविधान में उचित जगह दी है।
    

मई दिवस पूंजीवादी शोषण के विरुद्ध मजदूरों के संघर्षों का प्रतीक दिवस है और 8 घंटे के कार्यदिवस का अधिकार इससे सीधे जुड़ा हुआ है। पहली मई को पूरी दुनिया के मजदूर त्यौहार की

सुनील कानुगोलू का नाम कम ही लोगों ने सुना होगा। कम से कम प्रशांत किशोर के मुकाबले तो जरूर ही कम सुना होगा। पर प्रशांत किशोर की तरह सुनील कानुगोलू भी ‘चुनावी रणनीतिकार’ है